Posts

suvhichar

बुरा जो देखन में चला बुरा ना मिलिया कोई ! जो मन खोजा आपना मुझ सा बुरा ना  कोई  ।।

अध्यात्म का महत्व

Image
आज के वैज्ञानिक युग में आध्यात्मिक चेतना का विशेष महत्व है आज का युग कट्टर सिद्धांत बार को स्वीकार नहीं करता और स्वीकार करना भी उचित नहीं है क्योंकि कट्टर सिद्धांत बाद एवं बौद्ध धर्म का खतरा रहेगा जिसका हाथ से दिखाई दे रहा है इस कारण ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यही कर्म युक्त ना हो जाए ऐसी प्रतीति हमें इसलिए हो रही है क्योंकि हमने धर्म संबंधी आकारों अनौपचारिक अदाओं को अंतिम और अपरिवर्तनीय मान लिया इसलिए हमारा सनसनी आलू और आशंकित होना स्वभाविक है हमारे सौभाग्य की बात है कि धर्मों के महान ऋषि और प्रबंधकों ने किसी निश्चित परिवर्तनों सिद्धांतों एवं कांडों का विधान नहीं किया है वह तो आत्मा को अपनी एकांकी तीर्थ यात्रा के पथ पर आमंत्रित करते हैं उसे पूर्ण स्वाधीनता प्रदान कर देते हैं क्योंकि उनका भी यह विश्वास है कि इस बार को अपनी शिवा के अनुसार स्वतंत्र एवं निर्बाध रूप से अपनी आत्मा को ही पाना ही आध्यात्मिक जीवन के लिए अनिवार्य शर्त है आज इस आध्यात्मिक जीवन की प्राप्ति के लिए मनुष्य ने आध्यात्मिक चेतना का विकास किया जाना चाहिए यदि हमारे मंदिर मस्जिद गिरजाघर है कि हमारा मुख्य कार्य पव...

उधमिता

 उधमिता  किसी नवीन को आरंभ करने में अनेक जोखिम होते हैं इन जोखिमों को वहन करने की क्षमता को उधमिता कहते हैं वर्तमान में यह बहुत आवश्यक है साधारण अर्थ में उधमिता उन तमाम जोखिम एवं नेताओं को सहन करने की प्रवृत्ति है जो किसी भी व्यवसाय में निहित होते हैं विशिष्ट अर्थ में उधमिता केवल किसी उद्योग की स्थापना नियंत्रण एवं निर्देशन करने की योग्यता तक सीमित नहीं है वरना उस उद्योग अथवा व्यवसाय में नए सुधार एवं परिवर्तन करने की क्षमता भी है अन्य शब्दों में नेतृत्व परिवर्तन कब है जिसके द्वारा व्यवसाय उपलब्धियों को प्राप्त किया जा सकता है प्राचीन काल के विचारों का एक महत्वपूर्ण अंग के रूप में स्वीकार नहीं किया है उसके संचालन तत्वों पर बल देता है अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण आधार है साधारण माना जाता है कि उन्हें एक सही है परंतु खतरों का खेल भी किया जा सकता है समाज में होने वाले वैज्ञानिक तकनीकी परिणाम एवं सिद्धांत पर आधारित विचारधारा पर आधारित होती है एक सफल हो सकता है जो विज्ञान की आवश्यकता है सहायक होती हैĺ

स्वरोजगार योजना

 उद्देश्य -    अनुसूचित जाति के गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों का आर्थिक उत्थान कराना  योजना का स्वरूप- इस योजना में बेरोजगारों को लघु कुटीर एवं व्यापार के लिए बैंकों से ऋण उपलब्ध कराना एवं स्वीकृत ऋण को 50% या अधिकतम रुपए 10,000 अनुदान जो काम हो या निगम द्वारा दिया जाता हैl   योजना का कार्य क्षेत्र- संपूर्ण मध्य  प्रदेश  वार्षिक आय- हितग्राही की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्र में 1597 एवं शहरी क्षेत्र में 21206 से अधिक ना हो के संबंध में राजस्व अधिकारी का प्रमाण पत्र

स्वाध्याय

 स्वभाव का अर्थ स्वभाव का अर्थ है l वास्तव में अपने आप का अध्ययन करना स्वभाव से ज्ञान बढ़ता हैl शास्त्रों का एवं अच्छे ग्रंथों का स्वाद आए मन में रुचि पैदा करता है! तथा लाभदायक होता है स्स्वाध्याय  नित्य करना चाहिए स्वभाव से अज्ञान और अभिधा का आवरण हटने लगता हैl तथा इससे मनसा देवी प्रसन्न चित्त एवं शांत रहता है यह सब पाया जाता है कि जो प्रतिदिन स्वाध्याय करता है उसकी वृद्धि इतनी सोच में हो जाती है कि प्रकृति के रहस्यों को सताने लगता है इसके लिए वीतराग पुरुषों द्वारा लिखे हुए ग्रंथों को पढ़ना चाहिए इसमें मनुष्य बुद्धिमानी स्वाबलंबी दृढ़ निश्चय ही एवं श्रद्धा वन बन जाता है स्वाधा इस साधना में सहायक होता ह स्वाध्याय मनुष्यों को प्रमाण समाप्त कर देता है मनोबल में वृद्धि करता है सद्भाव उत्पन्न का रास्ता है आता है जिसके फलस्वरूप क्यों कार्यों में सफलता प्राप्त होती है मन के भीतर मलिंगा को साफ करके आत्मा परमात्मा के निकट बिठाने का हम जिस महापुरुष की जो पुस्तक पढ़ते हैं तो हमें ऐसा प्रतीत होता है कि उस महापुरुषों के चरणों में ही बैठे हैं यह स्वभाव है पतंजलि का कथन है कि स्वभाव से इष्ट...

डेस्कटॉप publishing DTP

Image
 हमारे देश में हमारे देश में बेरोजगारी एक जटिल समस्या है!  इसका समाधान आजादी के 50 वर्षों बाद भी नहीं हो सका है। कंप्यूटर के प्रयोग से लोगों के रोजगार के नए अवसर प्राप्त हुए हैं आज कंप्यूटर का प्रयोग मानव जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अत्यंत सफलतापूर्वक किया जा रहा है |  प्रिंटिंग के क्षेत्र में इसके प्रयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है  इस क्षेत्र में उनके प्रयोग को डीटीपी डेस्कटॉप पब्लिशिंग के नाम से जाना जाता है एल डीटीपी यानी एक पेज मेकर के ऊपर से प्रकाशन का सारा कार्य करना इस कार्य को करने के लिए हमें कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के शक्तिशाली समन्वय को प्रयोग करना पड़ता है l जैसा की सर्वदीपित है कि कंप्यूटर विज्ञान दो भागों में विभाजित है पहला हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्रारंभ में इन सॉफ़्टवेयर ओम को प्रयोग केवल कैलकुलेशन या डेटा प्रबंधन इत्यादि में किया गया था लेकिन धीरे-धीरे इनका प्रयोग बढ़ने लगा l और इनका प्रयोग करने वाली प्रिंटिंग प्रिंटिंग के लिए भी किया जाने वाला लिप्स के लिए प्रमुख रूप से 3 शब्दों का प्रयोग किया जाता है यह सॉफ्टवेयर है विंडोज पेज...